पाकिस्तान के खिलाफ वनडे विश्व कप के महामुकाबले के निकट आते ही, पाकिस्तान ने अपने टीम की भारत यात्रा पर विवाद का दौर शुरू कर दिया है। इस संबंध में पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने एक हाई-लेवल कमेटी का गठन किया है, जिसकी अध्यक्षता विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो करेंगे। इस कमेटी का मुख्य उद्देश्य यह है कि वह पाकिस्तान और भारत के बीच संबंधों के सभी पहलुओं पर विचार करे और इस मामले पर फैसला लें।
पाकिस्तान ने इसके पहले भी वनडे विश्व कप के शेड्यूल को लेकर अपने असहमतिपूर्ण
विचार प्रकट किए थे। हालांकि, विश्व
कप के शेड्यूल के जारी होने के बाद से ही पाकिस्तान कुछ न कुछ बहाना बना रहा है। इस
विवाद से यह भी स्पष्ट है कि भारत में विश्व कप खेलने के मुद्दे पर पाकितान
क्रिकेट टीम, प्रशासन और राजनेता एक मत नहीं हैं। ऐसे माहौल में, शहबाज शरीफ ने एक कमेटी की गठन करके इस
मुद्दे पर विचार करने का प्रयास किया है।
यह हाई-लेवल कमेटी, पाकिस्तानी क्रिकेट बोर्ड के संरक्षक-प्रमुख शहबाज शरीफ की अध्यक्षता में होगी। इसका मुख्य उद्देश्य विश्व कप से पहले भारत यात्रा के संबंध में तय किए गए फैसले पर विचार करना है। इसके अलावा, इस कमेटी को पाकिस्तानी खिलाड़ियों, अधिकारियों, फैंस और मीडिया के लिए भारत में स्थिति और उनके लिए किए गए प्रबंधों का भी पता लगाना होगा। इसके अलावा, यह कमेटी पाकिस्तान सरकार की नीति और क्रिकेट के नीतिगत मामलों पर भी विचार करेगी।
भारत और पाकिस्तान के बीच के मुकाबलों को इतना महत्व दिया जाता है कि
इसे दूसरे मैचों से अलग माना जाता है. भारत पाकिस्तान के बनते बिगड़ते रिश्ते इन
मैचों के रोमांच को और बढ़ा देते हैं।
वैसे एक कहावत तो आपने सुनी ही होगी कि मन ही मन भावें और मूढ़
हिलावें। कुछ ऐसी ही हालत पाकिस्तान की भी है। आखिर क्रिकेट टीम बनायी है तो
वर्ल्ड कप तो खेलेंगे ही, मगर थोड़े नखरे दिखने के बाद.
पाकिस्तानी टीम की भारत यात्रा के लिए विवाद का उद्गम वनडे विश्व कप
के आयोजन से पहले हुआ है। यह संकेत देता है कि पाकिस्तान क्रिकेट टीम के
खिलाड़ियों और प्रशासनिक अधिकारियों के बीच खेल को लेकर एकमत नहीं है। इसे ध्यान
में रखते हुए पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने एक हाई-लेवल कमेटी का गठन किया
है जो इस मुद्दे पर विचार करेगी और फैसला लेगी ।
शहबाज शरीफ द्वारा गठित हाई-लेवल कमेटी को यह भी जांच करनी होगी कि क्रिकेट
का खेल, सरकार की नीतियों को प्रभावित तो नहीं कर रहा। यह कमिटी यह भी जांच करेगी
कि भारत में उसके खिलाड़ियों, अधिकारियों, फैंस और मीडिया के लिए क्या प्रबंध
किये जा रहे हैं। इस विवाद के साथ,
यह देखना बहुत महत्वपूर्ण होगा कि क्या यह हाई-लेवल कमेटी पाकिस्तान
और भारत के बीच क्रिकेट मुकाबलों को लेकर समझौते के मार्ग पर आगे बढ़ेगी या विवाद
को और भी बढ़ाएगी।
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