प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति मुर्मू को पत्र लिखकर अयोध्या यात्रा को साझा किया

अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा समारोह में शामिल होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को पत्र लिखकर अपने अनुभव साझा किए हैं। प्रधानमंत्री ने पत्र में लिखा है कि अयोध्या में अपने जीवन के सबसे अविस्मरणीय क्षणों का साक्षी बनकर लौटा हूं। मैं एक अयोध्या अपने मन में भी लेकर लौटा हूं। एक ऐसी अयोध्या जो कभी मुझसे दूर नहीं हो सकती।

प्रधानमंत्री ने पत्र में लिखा है कि राष्ट्रपति मुर्मू का पत्र उन्हें सहयोग और संबल देता है। उन्होंने कहा कि अयोध्या धाम की यात्रा तीर्थ यात्री के तौर पर की। अयोध्या जाकर मेरा मन भावनाओं से भर गया। प्रधानमंत्री ने आगे लिखा है कि सदियों लंबे व्रत की पूर्णिमा होती है। राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा मेरा सौभाग्य है।

प्रधानमंत्री ने पत्र में यह भी लिखा है कि रामलला के साक्षात दर्शन के क्षण अप्रतिम थे। गरीब कल्याण के लिए श्रीराम के विचार ऊर्जा देते हैं। प्रधानमंत्री ने आगे लिखा है कि श्री राम से ही सबका साथ सबका विकास की प्रेरणा मिली। श्री राम के विचार 2047 तक विकसित भारत की राह दिखाएंगे।

प्रधानमंत्री मोदी के पत्र से यह स्पष्ट होता है कि अयोध्या यात्रा उनके लिए एक भावनात्मक अनुभव था। उन्होंने राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा समारोह को भारत के लिए एक ऐतिहासिक क्षण बताया है। प्रधानमंत्री ने कहा है कि राम मंदिर के निर्माण से भारत की एकता और अखंडता को मजबूती मिलेगी।

प्रधानमंत्री मोदी के पत्र पर राष्ट्रपति मुर्मू ने भी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी का पत्र उन्हें बहुत खुशी और संतोष प्रदान करता है। राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत विकास के पथ पर अग्रसर हो रहा है।

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