लखनऊ के राजेंद्र नगर स्थित नवयुग कन्या महाविद्यालय की सांस्कृतिक समिति ने 22 जनवरी, 2024 को अयोध्या में होने वाले श्री राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के तत्वाधान में अवध उत्सव का आयोजन किया। इस अवसर पर महाविद्यालय के प्रांगण में अयोध्या के मंदिर को दर्शाते हुए एक वृहत रंगोली की रचना की गयी।
कार्यक्रम का प्रारम्भ महाविद्यालय की प्राचार्या प्रो० मंजुला उपाध्याय द्वारा श्री रामचंद्र जी की तस्वीर पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन के साथ किया गया। इस अवसर पर बी०ए० चतुर्थ सेमेस्टर की छात्रा श्रेया उपाध्याय ने श्री रामचंद्र जी के आगमन का गीत प्रस्तुत किया और सभी ने भावविभोर होकर साथ में गाया।
कार्यक्रम के संचालक श्री ऋषभ मिश्र ने महाविद्यालय की प्राचार्या को मंच पर सम्बोधन हेतु आमंत्रित किया। प्राचार्या जी ने अपने सम्बोधन में मर्यादा पुरुषोत्तम श्री रामचंद्र जी के व्यक्तित्व से सीख लेते हुए जीवन में आगे बढ़ने की प्रेरणा दी, साथ ही साथ राम स्तुति प्रस्तुत करके सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया।
बी० ए० पंचम सेमेस्टार की छात्रा काजल अवस्थी ने इस अवसर पर अपनी स्वरचित कविता प्रस्तुत की, तो वहीं श्रेया, अनिका, जान्हवी एवं उर्वशी ने डॉ० प्रतिमा घोष के साथ मिलकर श्री राम की बाल-लीला पर समूह गीत प्रस्तुत किया।
कार्यक्रम के संचालन के दौरान श्री ऋषभ मिश्र ने राम जी के साथ- साथ भरत जैसे भाई और हनुमान जैसे निःस्वार्थ भाव के भक्त के व्यक्तित्व को अपने जीवन में उतारने की बात कही, जिसके पश्चात श्रेया श्रीवास्तव ने हनुमान जी की अनन्य भक्ति का गीत प्रस्तुत किया।
अंत में बी०एड० प्रथम सेमेस्टर की छात्रा दीप्ति मिश्रा ने रामभजन प्रस्तुत करके सभी को भाव विभोर करते हुए कार्यक्रम का समापन किया।
प्रस्तुत कार्यक्रम की साज सज्जा का कार्य प्रो० सीमा सरकार, डॉ० सरिता कन्नौजिया, डॉ. सीमा पांडे, श्री ऋषभ मिश्र, श्री आकाश मिश्र एवं पूर्व छात्रा महिमा चौधरी, बी. ए. तृतीय वर्ष की छात्रा श्वेता शर्मा के संरक्षण में किया गया। महाविद्यालय की छात्राओं - दीपिका कुमारी, सुप्रिया गोपाल, काजल अवस्थी, ममता यादव, निहारिका यादव, प्रिया यादव आदि द्वारा रंगोली की रचना की गयी, जिसको दीप जलाकर सजाया गया।
इस कार्यक्रम में महाविद्यालय का समस्त स्टाफ, छात्राएं एवं सांस्कृतिक समिति के सदस्य उपस्थित रहे और प्रसाद ग्रहण किया। इस कार्यक्रम के माध्यम से महाविद्यालय की छात्राओं ने श्री रामचंद्र जी के व्यक्तित्व और चरित्र से प्रेरणा ली। कार्यक्रम में प्रस्तुत किए गए गीत और कविताएं सभी को भावविभोर कर गईं। रंगोली की रचना ने भी सभी का ध्यान आकर्षित किया।
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