क्या है G20 और क्या हैं इसके उद्देश्य

G-20 का मतलब है ग्रुप-20. यह दुनिया के 20 बड़े देशों का एक ऐसा समूह, जो वैश्विक चुनौतियों के खिलाफ एक संगठन के रूप में काम करता है. इस समूह की स्थापना १९९९ में हुई थी और इसके सदस्य हर साल दुनिया भर की बड़ी समस्याओं और चुनौतियों पर चर्चा करके उन्हें दूर करने का प्रयास करते हैं. G 20 समूह में भारत, अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, इंडोनेशिया, इटली, जापान, दक्षिण कोरिया, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की, ब्रिटेन और अमेरिका के अलावा यूरोपीय संघ भी शामिल है. जब इन सभी 20  देशों के राष्ट्र अध्यक्ष चर्चा करने के लिए एक तय स्थान पर इकट्ठा होते हैं तो इसे ही G-20 समिट कहा जाता है.

इस वर्ष समूह में अफ्रीकन यूनियन के रूप में एक नया सदस्य जोड़ा गया है.

किसी भी सदस्य को एक साल के लिए ही इस समूह का अध्यक्ष बनाया जाता है. भारत को G 20 की अध्यक्षता करने का मौका 1 दिसंबर २०२२ को मिला था और वो ३० नवम्बर २०२३ तक इसका अध्यक्ष रहेगा. 

इस वर्ष G 20 सम्मलेन की थीम वसुधैव कुटुंबकम यानि एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य है.

जी-20 शिखर सम्मेलन का आयोजन सदस्य देशों के बीच बारी-बारी से किया जाता है। 2023 में, भारत जी-20 की अध्यक्षता कर रहा है। 9-10 सितंबर, 2023 को नई दिल्ली में जी-20 शिखर सम्मेलन का आयोजन किया गया था।

जी-20 शिखर सम्मेलन के प्रमुख उद्देश्य हैं:

             वैश्विक आर्थिक स्थिरता और विकास को बढ़ावा देना

             व्यापार और निवेश को बढ़ावा देना

             वित्तीय प्रणाली को मजबूत करना

             जलवायु परिवर्तन से निपटना

             खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करना

             स्वास्थ्य और अन्य विकास के मुद्दों पर सहयोग करना

इस साल भारत G 20 सम्मलेन की मेजबानी कर रहा है और इसने बांग्लादेश, मिस्त्र, नीदरलैंड, नाइजीरिया, ओमान, सिंगापुर, स्पेन और संयुक्त अरब अमीरात समेत 9 ऐसे देशों को भी शिखर सम्मलेन में आमंत्रित किया है जो इसके स्थायी सदस्य नहीं हैं.

इसके अलावा इस सम्मलेन में संयुक्त राष्ट्र, डब्लू टी ओ, आई एम् ऍफ़ और विश्व बैंक जैसे अंतर्राष्ट्रीय संगठन भी आमंत्रित किये गए हैं.



Post a Comment

और नया पुराने