डॉ अमरजीत यादव ने अपने व्याख्यान
में कहा कि मन की शुद्धि का साधन है ध्यान, और रक्त की
शुद्धि का साधन है प्राणायाम । योग जीवन के समग्र विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है शरीर की रोग
प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है ।उन्होंने
इस बात पर भी बल दिया कि शारीरिक क्षमता और आवश्यकता के अनुसार ही प्राणायाम
स्वास्थ्य के लिए लाभप्रद है। इसके अतिरिक्त आहार पर नियंत्रण रखते हुए जंक फूड से दूर रहने का प्रयास
करना चाहिए क्योंकि जंक फूड जीवन में जंग लगा देता है।
व्याख्यान में मुख्य वक्ता के रूप
में डॉ अमरजीत यादव, सहायक आचार्य एवं, समन्वयक, योग एवं वैकल्पिक चिकित्सा संकाय, लखनऊ
विश्वविद्यालय उपस्थित रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता प्राचार्या प्रोफेसर मंजुला उपाध्याय ने की तथा
संयोजन व संचालन विभागाध्यक्ष दर्शनशास्त्र एवं एनसीसी अधिकारी मेजर (डॉ.) मनमीत
कौर सोढ़ी ने किया।
इनका हुआ सम्मान :
सेमेस्टर 5: महक, अलीशा फातिमा, दीपाली तिवारी, काजल तिवारी तथा रागिनी शर्मा
सेमेस्टर 3: खुशी सिंह, श्रुति
तिवारी तथा आंचल तिवारी
सेमेस्टर 1: अंशी गुप्ता, मनु तिवारी, जाह्नवी गुप्ता, स्वाति यादव, आस्था लोधी, उर्वशी सिंह, सेजल और रजनी सोनगरा
प्राचार्या प्रोफेसर मंजुला उपाध्याय
ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में सभी सम्मानित होने वाली छात्राओं तथा उनके
अभिभावकों को शुभकामना देते हुए उन्हे जीवन में इसी प्रकार से आगे बढ़ने के लिए
प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि
जीवन में सकारात्मक सोच के साथ किसी दूसरे को पीछे ना छोड़ते हुए प्रतियोगी भावना
को बढ़ाना चाहिए।
मेजर डॉ मनमीत कौर सोढ़ी ने संचालन
करते हुए कहा कि योग केवल थ्योरी ही नहीं बल्कि थेरेपी भी है। योग की साधना अष्टांग मार्ग की साधना है। शारीरिक और मानसिक शुद्धिकरण के लिए योग एक
सशक्त माध्यम है।
सम्मानित होने वाली छात्रों के अभिभावकों में श्रीमती सोफिया बानो, श्रीमती नजमा परवीन, श्रीमती लालिमा तिवारी, श्री गोमती प्रसाद, श्रीमती सरिता सिंह, श्री कपिल अवस्थी, श्री अश्विनी गुप्ता, श्री महेंद्र वर्मा, श्रीमती प्रतिभा गुप्ता, श्रीमती गीता यादव, श्री संदीप, श्रीमती सुनीता, श्री अनुपम तिवारी आदि उपस्थित रहे। कार्यक्रम में प्रोफेसर संगीता कोतवाल, प्रोफेसर सुषमा त्रिवेदी, प्रोफेसर ऋचा शुक्ला, प्रो निनी कक्कड़ समेत बड़ी संख्या में प्रवक्ता एवं छात्राएं उपस्थित रहे।
यह विशेष समारोह और समस्त नगद पुरस्कार विभागाध्यक्ष दर्शनशास्त्र, मेजर (डॉ.)मनमीत कौर सोढ़ी द्वारा अपनी माता स्वर्गीय श्रीमती महेंद्र कौर सोढ़ी जी की जन्म दिवस की स्मृति में मेधावी छात्राओ को प्रदान किया गया। छात्राओं के साथ उनके अभिभावकों को भी सम्मानित किया गया।
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