अमेज़न के घने जंगलों में प्रकृति के अद्भुत नज़ारे किसी का भी मन मोह लेंगे. अमेज़न के ये जंगल न सिर्फ खूबसूरत हैं बल्कि इस धरती पर जीवन के लिए ज़रूरी भी हैं. इन जंगलों को धरती के फेफड़े भी कहते हैं क्योंकि ६७ लाख स्क्वायर किलोमीटर में फैले ये जंगल इस दुनिया में ऑक्सीजन का एक प्रमुख स्त्रोत हैं. ये एक विशाल वर्षावन है जिसका विकास लाखों में वर्षों में हुई भूगर्भीय घटनाओं के परिणामस्वरूप हुआ है.
इन देशों में फैला है अमेज़न का जंगल
अमेज़न के जंगल साउथ अमेरिका के ब्राज़ील, पेरू, कोलंबिया, वेनेजुएला, एक्वाडोर, बोलीविया, गुयाना, सुरिनाम और फ्रेंच गुयाना में फैला हुआ है. अमेज़न के जंगलों में अनेक प्रकार के जानवर और पशु पाए जाते हैं. ये स्थल विभिन्न प्रकार के पक्षियों, जानवरों और कीट पतंगों का घर है. इनमे से कुछ तो ऐसे हैं जो यहाँ के अलावा किसी दूसरी जगह नहीं पाए जाते.
आदिवासी सभ्यता को संरक्षण देता है जंगल
अमेज़न के ये प्राकृतिक जंगल अपनी गोद में कई आदिवासी सभ्यताओं को संजोये हुए हैं. यहाँ के आदिवासियों के लिए ये जंगल ही उनका घर, संस्कृति और जीवन है. ये आदिवासी प्रकृति प्रेमी हैं और जंगलों से इन का गहरा नाता है.
जैव विविधता का अकूत भण्डार
इस दुनिया में जैव विविधता का जो भण्डार अमेज़न में मिलता है वो कहीं और मौजूद नहीं हैं. दुनिया भर के वैज्ञानिक पेड़ पौधों और जीव जंतुओं की प्रजाति पर अध्ययन करने यहाँ आते हैं.
आज संकट में है जंगल
लेकिन आज जिस तेजी से ये जंगल कट रहे हैं वो न सिर्फ पर्यावरण के लिए बल्कि मानव जीवन के लिए भी खतरा बन रहे हैं. अमेज़न के जंगलों का दो तिहाई हिस्सा ब्राजील के पास है जिसने २०२२ में जंगलों की अन्धाधुन कटाई की. अमेज़न के जंगलों के दोहन में साउथ अमेरिका के अन्य देश भी पीछे नहीं हैं. कुछ वैज्ञानिकों का दावा है कि जैसे जैसे अमेज़न के ये वर्षावन ख़तम होते जायेंगे वैसे वैसे इस दुनिया में गर्मी भी बढती जाएगी.
इन वनों के नष्ट होने से जैव विविधता को भी भारी नुक्सान उठाना होगा. इसलिए धीरे धीरे सिकुड़ते अमेज़न के जंगल आज पूरी दुनिया के लिए परेशानी का सबब बने हुए हैं और जल्दी ही कोई हल न निकला तो आने वाली पीढियां सच में भीषण गर्मी का सामना करेंगी
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