पूरे उत्तर भारत में इस वक़्त ज़ोरदार बारिश हो रही है जिसके कारण कुछ जगहों पर बाढ़ जैसे हालत हो गए हैं. दिल्ली में यमुना जलस्तर से ऊपर बह रही है तो यूपी में गंगा और घाघरा डरा रही हैं. दिल्ली, पंजाब और हिमाचल प्रदेश समेत देश के उत्तरी राज्यों में लगातार हो रही भारी बारिश से बाढ़ जैसे हालात उत्पन्न हो गए हैं। उत्तर भारत में पिछले चौबीस घंटो में लैंड स्लाइड और बाढ़ में डूबने से ५६ लोगों ने अपनी जान गवां दी। इस बीच पीएमओ ने जानकारी दी कि प्रधानमंत्री को भारी बारिश के कारण बिगड़े हालात के बारे में जानकारी दी गयी और वो लगातार हालात पर नज़र बनाये हुए हैं. स्थानीय प्रशासन, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें प्रभावित लोगों के बीच पूरी मुस्तैदी से रहत कार्यों में लगी हैं.
पूरे देश में मॉनसून सक्रिय हो गया
है। लगातार हो रही भरी बारिश के कारण जहां देश के पहाड़ी इलाकों में लैंडस्लाइड की
घटनाओ ने जोर पकड़ा है तो वहीं मैदानी इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई
है। दिल्ली में हालत लगातार बिगड़ रहे हैं और जगह जगह जलभराव के दृश्य आम हो रहे
हैं. यमुना के जलस्तर का खतरे के निशान के ऊपर बने रहना दिल्लीवासियों के लिए शुभ
संकेत नहीं है. दिल्ली में 41 साल बाद जुलाई में एक दिन में 153 मिलीमीटर बारिश हुई है। इसी बीच केजरीवाल का बहुत बड़ा बयान सामने आया है
जिसमे उन्होंने कहा है कि दिल्ली सरकार के पास उपलब्ध संसाधन इस तरह की बारिश से
निपटने के लिए अपर्याप्त हैं.
बिगड़ते मौसम और बाढ़ के खतरे के बीच
केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी सक्रीय हो गए हैं और उन्होंने जम्मू कश्मीर और
दिल्ली के उपराज्यपालों से इस सम्बन्ध में देर तक बात की. मौजूदा हालत की समीक्षा
के लिए उनके द्वारा पंजाब और हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्रियों से भी बात की गयी
है.
बारिश ने पूरे भारत में अपना कहर
दिखाया है. बारिश के कारण जहाँ १५६ लोगो की मृत्यु हो गयी वहीँ उत्तर रेलवे ने 17 ट्रेनें
रद्द कर दी हैं और 12 ट्रेनों के मार्ग बदलने पड़े
हैं।
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