एआई का छाया: आने वाली पीढ़ी की बुद्धि कैसे हो रही है कुंद
एआई का छाया एआई का छाया: बुद्धि कैसे हो रही है कुंद आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) ने हमारे जीवन को आसान बना दिया है, लेकिन इसके साथ ही एक गंभीर चिंता उभर रही है – क्या एआई आने वाली पीढ़ी की बुद्धि को कुंद कर रहा है? बच्चे और युवा आज चैटजीपीटी जैसे टूल्स पर इतना निर्भर हो रहे हैं कि उनकी स्वतंत्र सोच, समस्या-समाधान क्षमता और रचनात्मकता कमजोर पड़ रही है। विभिन्न शोध पत्र इस बात की पुष्टि करते हैं कि एआई पर अत्यधिक निर्भरता से संज्ञानात्मक क्षमताओं का ह्रास हो रहा है। इस लेख में हम कुछ प्रमुख शोध पत्रों के उदाहरणों से इस मुद्दे को समझेंगे, जहां एआई के नकारात्मक प्रभावों को वैज्ञानिक रूप से विश्लेषित किया गया है। एआई पर अत्यधिक निर्भरता और संज्ञानात्मक क्षमताओं का ह्रास एक प्रमुख शोध में पाया गया कि एआई डायलॉग सिस्टम्स (जैसे चैटबॉट्स) पर अधिक निर्भरता छात्रों की निर्णय लेने की क्षमता, आलोचनात्मक सोच और वि...