नवरात्रि का वैज्ञानिक महत्व: एक प्राचीन पर्व का आधुनिक विज्ञान से मेल
                 नवरात्रि का वैज्ञानिक महत्व: एक प्राचीन पर्व का आधुनिक विज्ञान से मेल                      नवरात्रि का वैज्ञानिक महत्व                                       नवरात्रि, नौ रातों तक चलने वाला एक जीवंत हिंदू त्योहार है, जो देवी दुर्गा और उनके नौ रूपों की पूजा के लिए समर्पित है। चैत्र (वसंत) और शारदीय (शरद) में साल में दो बार मनाया जाने वाला यह पर्व, बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। हालांकि यह आध्यात्मिकता में गहराई से निहित है, नवरात्रि का एक गहरा वैज्ञानिक महत्व भी है, जो मानव प्रथाओं को प्राकृतिक चक्रों, स्वास्थ्य लाभों और मनोवैज्ञानिक कल्याण के साथ जोड़ता है। यह लेख बताता है कि कैसे नवरात्रि की प्राचीन परंपराएं, मौसमी बदलावों से लेकर कोशिकाओं के कायाकल्प तक, आधुनिक विज्ञान से मेल खाती हैं।                                     ऋतु संधियों और खगोलीय चक्रों का वैज्ञानिक आधार                       नवरात्रि का समय सिर्फ़ धार्मिक नहीं, बल्कि वैज्ञानिक दृष्टिकोण से भी अत्यंत महत्वपूर्ण है। पृथ्वी के सूर्य की परिक्रमा काल में साल में चार संधियां (परिवर्तन काल) आती हैं, जिनमे...