कर्म का सिद्धांत: जब प्राचीन दर्शन से मिला आधुनिक विज्ञान का तर्क
कर्म का सिद्धांत: जब प्राचीन दर्शन से मिला आधुनिक विज्ञान का तर्क "जैसा बोओगे, वैसा काटोगे।" यह कहावत हम सभी ने सुनी है, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि 'कर्म' का यह गहरा सिद्धांत सिर्फ एक धार्मिक अवधारणा है, या इसके पीछे कोई वैज्ञानिक आधार भी छुपा है? आइए, इस दिलचस्प पड़ताल में हम कर्म के आध्यात्मिक पहलुओं को विज्ञान के 'कॉज एंड इफेक्ट' (कारण और परिणाम) के नियम और न्यूटन के तीसरे नियम से जोड़कर देखें। भूमिका: कर्म - एक सार्वभौमिक सत्य 'कर्म' शब्द भारतीय दर्शन और विश्व के कई धर्मों का एक मूलभूत स्तंभ है। इसका सीधा अर्थ है 'कार्य' या 'क्रिया'। कर्म का सिद्धांत यह बताता है कि हमारे सभी कार्य (शारीरिक, मानसिक और वाचिक) एक निश्चित परिणाम उत्पन्न करते हैं। अच्छा कर्म अच्छे फल देता है, और बुरा कर्म बुरे फल। यह विचार न केवल धार्मिक ग्रंथों में मिलता है, बल्कि हर संस्कृति में किसी न किसी रूप में मौजूद है - चाहे वह 'तुमने जो फैलाया, वही तुम पर वापस आता है' (What goes around, comes around) हो या 'जैसा बोओगे, वैसा काटोगे' (As you so...